मेषपाल हट्टी या ख़ट्टी आर्यो का इतिहास
मेषपाल हट्टी या ख़ट्टी आर्यो का इतिहास
हट्टी या ख़ट्टी एक प्राचीन आनातोली मेषपाल-आर्य समुदाय था जिन्होने १८वीं सदी ईसापूर्व में उत्तर-मध्य आनातोलिया (आधुनिक तुर्की) के ख़त्तूसा (हत्तूसा) क्षेत्र में एक साम्राजय स्थापित किया।हत्तियों की भाषा हिन्द-यूरोपी भाषा-परिवार की आनातोलियाई शाखा की सदस्य थी। वे अपनी मातृभाषा को नेसिली (यानि 'नेसा की भाषा') बुलाते थे और अपनी मातृभूमि को हट्टी या ख़ट्टी। यह साम्राजय १४वीं शताब्दी ईपू के मध्य में सुप्पीलुलिउमा प्रथम के राजकाल में अपने चरम पर पहुँचा जिस समय मध्य पूर्व का एक बड़ा भूभाग इसमें सम्मिलित था। लगभग ११८० ईपू के बाद इस साम्राज्य का पतन हो गया और यह कई नव-हत्ती राज्यों में बिखर गया। इनमें से कुछ राज्य ८वीं सदी ईपू तक अस्तित्व में थे।
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=713114112154340&set=a.267277083404714.64323.100003672720193&type=3&theater
हट्टी या ख़ट्टी एक प्राचीन आनातोली मेषपाल-आर्य समुदाय था जिन्होने १८वीं सदी ईसापूर्व में उत्तर-मध्य आनातोलिया (आधुनिक तुर्की) के ख़त्तूसा (हत्तूसा) क्षेत्र में एक साम्राजय स्थापित किया।हत्तियों की भाषा हिन्द-यूरोपी भाषा-परिवार की आनातोलियाई शाखा की सदस्य थी। वे अपनी मातृभाषा को नेसिली (यानि 'नेसा की भाषा') बुलाते थे और अपनी मातृभूमि को हट्टी या ख़ट्टी। यह साम्राजय १४वीं शताब्दी ईपू के मध्य में सुप्पीलुलिउमा प्रथम के राजकाल में अपने चरम पर पहुँचा जिस समय मध्य पूर्व का एक बड़ा भूभाग इसमें सम्मिलित था। लगभग ११८० ईपू के बाद इस साम्राज्य का पतन हो गया और यह कई नव-हत्ती राज्यों में बिखर गया। इनमें से कुछ राज्य ८वीं सदी ईपू तक अस्तित्व में थे।
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