सर्वार्थसिद्धी मौर्य कौन थे?
सर्वार्थसिद्धी मौर्य कौन थे?
ईरान के मेषपाल “मेड” वंश के अजमीढ़ साम्राज्य के सम्राट अर्थक्षस्तु प्रथम (अजातशत्रु प्रथम.Greek: Artaxerxes i) को क्षयार्षा द्वितीय(Greek: xerxes ii) ही नैतिक पुत्र(legitimate child) थेI क्षयार्षा द्वितीय की उनके सौतेले भाई ने हत्या कीI बाद में अर्थक्षस्तु तृतीय ने भी अपने सभी भाइयों की हत्या कर (Greek: Artaxerxes iii) ईरान के शाह बन गएI अर्थक्षस्तु तृतीय क्रूर शासक थेI उनको दो मुख्य पत्नियाँ और सौ अन्य पत्नियाँ और कुल मिलाकर 125 संतान थीI उनके दरबार में बेगॉस(Bagoas) नाम के कुटिल प्रधानमंत्री थेI बेगॉस(Bagoas) ने अर्थक्षस्तु तृतीय और उनके लगभग पूरे परिवार की विष प्रयोग से हत्या कीI बाद में दारा तृतीय(Darius iii) ईरान के शाह बन गएI बेबिलोनिया (तमिल) इतिहास में दारा तृतीय को नंदिन कहा गया इसलिए भारतीय इतिहास में उनको नंदा कहा गया हैI
ईरान के मेषपाल “मेड” वंश के अजमीढ़ साम्राज्य के सम्राट अर्थक्षस्तु प्रथम (अजातशत्रु प्रथम.Greek: Artaxerxes i) को क्षयार्षा द्वितीय(Greek: xerxes ii) ही नैतिक पुत्र(legitimate child) थेI क्षयार्षा द्वितीय की उनके सौतेले भाई ने हत्या कीI बाद में अर्थक्षस्तु तृतीय ने भी अपने सभी भाइयों की हत्या कर (Greek: Artaxerxes iii) ईरान के शाह बन गएI अर्थक्षस्तु तृतीय क्रूर शासक थेI उनको दो मुख्य पत्नियाँ और सौ अन्य पत्नियाँ और कुल मिलाकर 125 संतान थीI उनके दरबार में बेगॉस(Bagoas) नाम के कुटिल प्रधानमंत्री थेI बेगॉस(Bagoas) ने अर्थक्षस्तु तृतीय और उनके लगभग पूरे परिवार की विष प्रयोग से हत्या कीI बाद में दारा तृतीय(Darius iii) ईरान के शाह बन गएI बेबिलोनिया (तमिल) इतिहास में दारा तृतीय को नंदिन कहा गया इसलिए भारतीय इतिहास में उनको नंदा कहा गया हैI
बेगॉस(Bagoas) ने दारा तृतीय को भी विष प्रयोग से मारने का प्रयास किया था लेकिन दारा तृतीय ने बेगॉस को विष पीने के लिये मजबूर कियाI भारतीय इतिहास में भी चाणाक्य चंद्रगुप्त मौर्य को भोजन के माध्यम से विष प्रतिकार शक्ती बढ़ाने के लिए प्रतिदिन विष की थोडीसी मात्रा देने का संदर्भ मिलता हैI हो सकता है बेगॉस(Bagoas) भी प्रतिदिन विष की थोडीसी मात्रा लेते होंगे और विष से बच गयेI
दारा तृतीय को सिकंदर (Alexander the Great) ने पराजित कियाI ईरान और भारत अब ग्रीक लोगों के नियंत्रण में आ गयाI उस समय मौर्य लोग सिंध प्रान्त के क्षत्रप (शासक) थेI सिंध प्रान्त अजमीढ़ साम्राज्य के नियंत्रण में थाI पूर्व ईरान का पटली शहर मौर्यों का मुख्य केन्द्र थाI चंद्रगुप्त मौर्य ने ग्रीक लोगों को पराजित करके पूर्व ईरान से उत्तर- पश्चिम भारत तक विस्तृत साम्राज्य का निर्माण कियाI
R: Dr.Ranjit Pal(IIt Kharagpur)
http://www.ranajitpal.com
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Sahi hai
ReplyDeleteकुछ भी सही तथ्य नहीं है
Deleteमीणा जनजाति की एक शाखा मोरी से मौर्य बने है जो की राजस्थान के मत्स्य महाजनपद के शासक और निवासी थे।
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