“मंदाने” (“Mandane” of Media): सम्राट “अस्तायागस” को सपने में दी गई चेतावनी सच हो गई(King Astyages dream had come to true)
“मंदाने” (“Mandane” of Media): सम्राट “अस्तायागस” को सपने में दी गई चेतावनी सच हो गई(King Astyages dream had come to true)
प्राचीन परशीयन भाषा में “मंदाना” का मतलब है “निरंतर” एवं “अनंत” I प्राचीन ईरान के इतिहास में “मंदाने” नाम की राजकुमारी थीI “मंदाने” (Mandane of Media) मीदि साम्राज्य के सम्राट “हवक्षत्रा महान” पुत्र सम्राट “अस्तायागस” की पुत्री और अजमीढ़ साम्राज्य के सम्राट “कुरोश (ग्रीक:साइरस)” महान की माता थीI सम्राट “अस्तायागस” को सपने में चेतावनी दी गई थी की, “मंदाने” का पुत्र उनका साम्राज्य नष्ट करेगा I ये भविष्यवाणी सुनकर सम्राट “अस्तायागस” ने अपने सरदार को “मंदाने” के नवज्योत बालक को खत्म करने के लिए भेज दिया I लेकिन "शाही रक्त"(Royal Blood) को खत्म करने का साहस सरदार को नही हुआ I सरदार ने बालक को “मित्रादास” नाम के मेषपाल को बड़े विश्वास के साथ सौंप दियाI मेषपाल “मित्रादास” और उसकी पत्नी ने बालक का अपने सगे बेटे की तरह पालन पोषण कियाI बालक बढा होने के बाद उसने अपने नाना “अस्तायागस" को हरकार विश्व के सबसे बडे “अजमीढ़ साम्राज्य” की स्थापना कीI उस बालक का नाम है “कुरोश (ग्रीक:साइरस)” महान(Cyrus the Great)I
जब सारा विश्व अत्याचार से पीड़ित था तब कुरोश ने विश्व में सबसे प्रथम मानवी हक्क आयोग की स्थापना कीI
कुरोश ने अपने नाना “अस्तायागस को सन्मान के साथ अपने दरबार में आश्रय दे दिया I
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=749719088493842&set=a.267277083404714.64323.100003672720193&type=3&theater
प्राचीन परशीयन भाषा में “मंदाना” का मतलब है “निरंतर” एवं “अनंत” I प्राचीन ईरान के इतिहास में “मंदाने” नाम की राजकुमारी थीI “मंदाने” (Mandane of Media) मीदि साम्राज्य के सम्राट “हवक्षत्रा महान” पुत्र सम्राट “अस्तायागस” की पुत्री और अजमीढ़ साम्राज्य के सम्राट “कुरोश (ग्रीक:साइरस)” महान की माता थीI सम्राट “अस्तायागस” को सपने में चेतावनी दी गई थी की, “मंदाने” का पुत्र उनका साम्राज्य नष्ट करेगा I ये भविष्यवाणी सुनकर सम्राट “अस्तायागस” ने अपने सरदार को “मंदाने” के नवज्योत बालक को खत्म करने के लिए भेज दिया I लेकिन "शाही रक्त"(Royal Blood) को खत्म करने का साहस सरदार को नही हुआ I सरदार ने बालक को “मित्रादास” नाम के मेषपाल को बड़े विश्वास के साथ सौंप दियाI मेषपाल “मित्रादास” और उसकी पत्नी ने बालक का अपने सगे बेटे की तरह पालन पोषण कियाI बालक बढा होने के बाद उसने अपने नाना “अस्तायागस" को हरकार विश्व के सबसे बडे “अजमीढ़ साम्राज्य” की स्थापना कीI उस बालक का नाम है “कुरोश (ग्रीक:साइरस)” महान(Cyrus the Great)I
जब सारा विश्व अत्याचार से पीड़ित था तब कुरोश ने विश्व में सबसे प्रथम मानवी हक्क आयोग की स्थापना कीI
कुरोश ने अपने नाना “अस्तायागस को सन्मान के साथ अपने दरबार में आश्रय दे दिया I
https://www.facebook.com/
Comments
Post a Comment