' शक संवत’(शालिवाहन शक): चैत्र शुद्ध प्रतिपदा (ईसा. ७८): भारत का राष्ट्रीय संवत. शकों की भारत पर विजय.
' शक संवत’(शालिवाहन शक): चैत्र शुद्ध प्रतिपदा (ईसा. ७८): भारत का राष्ट्रीय संवत. शकों की भारत पर विजय. गुढीपाडवा: पश्चिमी क्षत्रप साम्राज्य के क्षहरात (खरात) वंश के शक सम्राट "सालाहन" (शालिवाहन) की सम्राट विक्रमादित्य के वंश पर जीत.
शालिवाहन शक जिसे शक संवत भी कहते हैं, हिंदू कैलेंडर, भारतीय राष्ट्रीय कैलेंडर और कम्बोडियन बौद्ध कैलेंडर के रूप मे प्रयोग किया जाता है। जिस दिन शालिवाहन शक की शुरुआत हो गई वो दिन गुढीपाडवा यानि कि हिंदु नववर्ष आरम्भ दिन है।
ईसा पूर्व.५८ में उज्जैन के सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय(विक्रमादित्य) ने शकों को पराजीत करके विक्रम संवत की शुरुआत कीI शकों पर जीत के कारण सम्राट ने दूसरी बार शकारि विक्रमादित्य उपाधि ग्रहण की। इससे पहले सातवाहन सम्राट गौतमीपुत्र सातकर्णि ने शकों को पराजीत किया थाI
गुढीपाडवा का संबंध प्रभु श्रीराम की रावण पर विजय और अयोध्या वापसी से लगाया जाता है। लेकिन यह सही नहीं हैI गुढीपाडवा अयोध्या मे नही मनाया जाताI गुढीपाडवा सिर्फ़ शकों का जिधर राज्य था उधर ही मनाया जाता है।
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