प्राचीन काल से धनगर गौ पुजा करते है

प्राचीन काल से धनगर गौ पुजा करते हैIसोलोमन, हरप्पन, कुशाण से लेकर के कालचुर्य तक सभी अभीर राज्यो मे भगवान शिव, गोवंश (गाय, नंदी/वृषभ), देवी महामाया, धार्मिक स्थापत्य, सांप्रदायिक सदभावना, स्त्री दाक्षिण्य, लोकोपयोगी कार्य, लिपिज्ञान संशोधन, मुद्रा, सिक्के इत्यादि की महत्ता समानरूप से द्रष्टिगोचर होती है। उल्लेखनीय है की कालचुर्य इष्ट देवता भगवान शिव व ब्रह्मा विष्णु महेश के त्रिदेव स्वरूप तथा कुल देवी माँ महामाया (सरस्वती, लक्ष्मी व महिसासुरमर्दिनी का त्रिदेवी स्वरूप) का पूजन करते थे। उनका राज चिन्ह स्वर्ण नंदी (स्वर्ण वृषभ) था।

https://www.facebook.com/vinaykumar.madane/posts/623456041120148

Comments

Popular posts from this blog

धनगर समाजातील आडनावे-

About 108 clans(108 कुळ/कुल) of Dhangars and 22 sub castes (22 पोट जाती).

List of Hatkar clans