गडरिया(गडर अरिया/आर्य)
गडर पारसी(ईरानी) शब्द हैंI ईरानी अवेस्तन भाषा में गडर का मतलब है भेड़ और बकरियाँ और अरिया का मतलब है आर्यI
As per Mr.Rewa Bagore
सर्वप्रथम आदिमानव के खोज हेतु वर्तमान मानवप्रजातियों एवं सभ्यताओं का तुलनात्मक अध्ययन हेतु निम्न बिंदुओ पर गौर करना होगा:-१ जलवायु और भौगोलिक स्थिती के अनुसार विश्व मे कुल पॉच प्रकार की मानव जातियॉ थी जैसे लम्बे, उँचे,काले, गोरे और पीले लोग |
२. जेनेटिक एवं प्राचीन सभ्यताओ की समानताऐ
सर्वप्रथम आदिमानव ने क्रमंशः भेड़-बकरी पालना सीखा तो
गडरिया-भेड़-बकरी, गाय-पालक ग्रुप अहिर, महिष पालक गुर्जर कहलाये होंगे| सभी सभ्यताओ का प्राचीनतम संघर्ष व विस्तार छेत्र भूमध्य सागरीय यूरेशिया ही रहा होगा|
पशुपालक आर्य(गडरिया समूह) मॉसाहरी आक्रामक और घुमंतु प्रवृति के होंगे| गर्म प्रदेश के काले रंगीय असुरियन सुमेरियन द्रविड़ लोग जो कृषीप्रधान स्थायी नगर वासी थे | समूहवादी घुमंतु गडरिये(आर्य) ने विश्व की पॉचो मानव प्रजाति सभ्यताओं को आधीन कर वैदिक सभ्यता दी होगी |
सर्वप्रथम आदिमानव के खोज हेतु वर्तमान मानवप्रजातियों एवं सभ्यताओं का तुलनात्मक अध्ययन हेतु निम्न बिंदुओ पर गौर करना होगा:-१ जलवायु और भौगोलिक स्थिती के अनुसार विश्व मे कुल पॉच प्रकार की मानव जातियॉ थी जैसे लम्बे, उँचे,काले, गोरे और पीले लोग |
२. जेनेटिक एवं प्राचीन सभ्यताओ की समानताऐ
सर्वप्रथम आदिमानव ने क्रमंशः भेड़-बकरी पालना सीखा तो
गडरिया-भेड़-बकरी, गाय-पालक ग्रुप अहिर, महिष पालक गुर्जर कहलाये होंगे| सभी सभ्यताओ का प्राचीनतम संघर्ष व विस्तार छेत्र भूमध्य सागरीय यूरेशिया ही रहा होगा|
पशुपालक आर्य(गडरिया समूह) मॉसाहरी आक्रामक और घुमंतु प्रवृति के होंगे| गर्म प्रदेश के काले रंगीय असुरियन सुमेरियन द्रविड़ लोग जो कृषीप्रधान स्थायी नगर वासी थे | समूहवादी घुमंतु गडरिये(आर्य) ने विश्व की पॉचो मानव प्रजाति सभ्यताओं को आधीन कर वैदिक सभ्यता दी होगी |
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