महाराष्ट्र की धनगर, मराठा, ब्राह्मण और वैश्य जातियों में दक्षिण एशियाई(Proto Asians/ भारतीय) और पश्चिम यूरेशियन(West Eurasians/Turkish/Europeans) पुरुष एवं महिलाओं का प्रमाणI (New genetic evidence for the origins of castes indicates that the upper castes in India are more European than Asian)





महाराष्ट्र की धनगर, मराठा, ब्राह्मण और वैश्य जातियों में दक्षिण एशियाई(Proto Asians/ भारतीय) और पश्चिम यूरेशियन(West Eurasians/Turkish/Europeans) पुरुष एवं महिलाओं का प्रमाणI (New genetic evidence for the origins of castes indicates that the upper castes in India are more European than Asian)
महाराष्ट्र की ब्राह्मण,मराठा और कायस्थ(CKP) के डीएनए रिपोर्ट में पश्चिम यूरेशियन एवं यूरोपियन पुरुषों का प्रमाण बहुत ज्यादा हैI भारत की वैश्य जातियों में भी पश्चिम यूरेशियन एवं यूरोपियन पुरुषों का प्रमाण ज्यादा हैI महाराष्ट्र की धनगर जाति में दक्षिण एशियाई(Proto Asians/ भारतीय) पुरुष और पश्चिम यूरेशियन एवं यूरोपियन महिलाओं का प्रमाण ज्यादा हैI पश्चिम यूरेशिया में हट्टी(Hatti/Hittite) और भारत में मौर्य, सातवाहन, गुर्जर प्रतिहार ,राष्ट्रकुट,विजयनगर इत्यादि बड़े बड़े साम्राज्य के निर्माता दक्षिण एशियाई पुरुष ही हैI
Maternally inherited DNA(Female mtDNA) was overall found to be more similar to Asians than to Europeans, though the similarity to Europeans increases as we go up the caste ladder (भारत की ऊँची जातियों में थोडा विरोधाभास नजर आता हैIउनके डीएनए रिपोर्ट में दक्षिण एशियाई(Proto Asian females) महिलाओं का प्रमाण जिनको हम नीची जाति समझते हैं लगभाग उनके जितना ही है लेकिन पश्चिम यूरेशियन पुरुषों का प्रमाण बहुत ज्यादा हैI
लेकिन यह बात सच है की पश्चिम यूरेशियन एवं यूरोपियन महिलाओं का प्रमाण ऊँची जातियों में ज्यादा है जोकी नीची जाति में अत्यल्प हैI
This is intriguing (कुतुहल), but there is a plausible (प्रशंसनीय) explanation.
Migrating Eurasian populations are likely to have been mostly males who integrated into the upper castes and took native women’s (They were tribal peoples and didn’t have family background).Indian populations are predominantly proto-Asian (In all castes) but with affinities to West Eurasian genes (West Eurasian admixture).
In contrast to the mtDNA distances, Y-chromosome(Male DNA) data do not suggest a closer affinity to Asians in upper castes. The upper castes are more similar to Europeans than to Asians, the middle castes are equidistant from the two groups and the lower castes are most similar to Asians. The genetic distances between caste populations and Africans increase as one moves from lower to upper caste groups.
आर्यों का प्रवास और डीएनए रिपोर्ट
प्रसिद्ध विद्वान लोकमान्य टिळक के अनुसार आर्य उत्तर ध्रुव (North Pole) से भारत आए थेI वैदिक और ईरानी(पारसी) अवेस्ता की ऋचाओं के अनुसार आर्यों का प्रवास उत्तर ध्रुव से पश्चिम एशिया से भारत पहुंचे थेI आर्यों की कुछ शाखा शाखायें पश्चिम एशिया से यूरोप तक पहुंची थीI पश्चिम एशिया और यूरोप के क्षेत्र को मिलाकर पश्चिम यूरेशिया नाम हैI
धनगर, चित्पावन ब्राह्मण और कायस्थ के डीएनए रिपोर्ट में पश्चिम यूरेशियन महिलाओं(West Eurasian Females) का प्रमाण ज्यादा हैI जब आर्य पश्चिम एशिया पहुंचे तब भारतीय धनगर(दक्षिण एशियाइ पुरुष/South Asian males) पश्चिम एशिया पर राज्य करते थेI उन्होंने आर्य महिलाओं (पश्चिम यूरेशियन महिलाओं) से शादी की और आर्यों की वैदिक सभ्यता का स्विकार कियाI धनगर भारतीय आर्य हैI
धनगर डीएनए रिपोर्ट में (दक्षिण एशियाइ पुरुष/South Asian males) और पश्चिम यूरेशियन महिलाओं(West Eurasian Females) का प्रमाण ज्यादा हैI
चित्पावन ब्राह्मण और कायस्थ के डी एन ए रिपोर्ट में दक्षिण एशियाइ पुरुष/South Asian males) और पश्चिम यूरेशियन पुरुष दोनो का भी प्रमाण ज्यादा हैI इसका मतलब धनगर में से ही कुछ लोग ब्राह्मण भी बन गये हैI
देशस्थ ब्राह्मण के डी एन ए रिपोर्ट में मध्य एशिया के पुरुष (Scythic/Central Asian males) और दक्षिण एशियाइ महिला (mtDNA M related to paleolithic females) का ज्यादा प्रमाण ऐसा विरोधाभास और पश्चिम यूरेशियन महिलाओं का थोड़ा सा प्रमाण हैI इससे साबित होता है की देशस्थ ब्राह्मण तत्कालिन समाजव्यवस्था मे सामान्य लोग थेI यूरेशियन महिलाओं का प्रमाण उनकी सामाजिक गतिशीलता (Social mobility) सिद्ध करता हैI
व्यक्तियों, परिवारों या अन्य श्रेणी के लोगों का समाज के एक वर्ग (strata) से दूसरे वर्ग में गति सामाजिक गतिशीलता (Social mobility) कहलाती है। इस गति के परिणामस्वरूप उस समाज में उस व्यक्ति या परिवार की दूसरों के सापेक्ष सामाजिक स्थिति (स्टैटस) बदल जाता है।सामाजिक गतिशीलता से अभिप्राय व्यक्ति का एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचने से होता है।
मराठा पुरुषों के डीएनए रिपोर्ट में पश्चिम यूरेशियन पुरुष(Anatolian J2 lineage related to neolithic Turkish farmers/ अनतोलियन/तुर्क किसान) और दक्षिण एशियाइ महिला (mtDNA M related to paleolithic females)का प्रमाण ज्यादा हैI डीएनए रिपोर्ट से ये पता चलता है कि मराठा और अनतोलियन/तुर्क (Anatolian Turkish farmers) किसानो का संयोग हुआ हैI कायस्थ के डीएनए रिपोर्ट में भी अनतोलियन/तुर्क किसान पुरुषों का प्रमाण ज्यादा हैI
आर्य मूलतः भारतीय ही थेI उत्तर ध्रुव पर ब्रह्माजी के मार्गदर्शन से वेद का अभ्यास करने के लिये गये थेI हजारो लाखों साल उत्तर ध्रुव पर निवास के कारण आनुवंशिक उत्परिवर्तन (Genetic Mutation) हुआ थाI विश्व का पहला मानव हिमालय की गोद में ही निर्माण हुआ हैIउस समय उत्तर ध्रुव वेदो के अभ्यास का प्रमुख केन्द्र थाI
The caste-based social hierarchy is deeply entrenched in Indian society even today, but the origins of the system as sociologists and historians now understand, remain an enigma. It certainly goes as far back as the second millennium B.C.
The Aryans, the migrating Indo-Iranian or Indo-European people, entered the country from the northwest. Literary evidence for the stratification of the society, at least in terms of references to the duties of the highest caste, namely the Brahmin, exists in the oldest text of the land, namely the Rig Veda (1500-1200 B.C.). The emergence of the caste system is thus associated with the arrival of the Aryans.
Its evolution into the caste or the varna system as we know today - with the four distinct castes of Brahmin, Kshatriya, Vaisya and Sudra in the order of social standing.

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