क्या कभी आपने सोचा कि..≫≫≫ १. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं.....
क्या कभी आपने सोचा कि..≫≫≫
१. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं......
२. जिस सम्राट का राज चिन्ह अशोक चक्र भारत देश अपने झंडे में
लगता है.....
लगता है.....
३.जिस सम्राट का राज चिन्ह चारमुखी शेर को भारत देश राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाती है......
४. जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर अशोक चक्र दिया जाता है.....
५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एक छत्रीय राज किया हो......
६. जिस सम्राट के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार
भारतीय इतिहासका सबसे स्वर्णिम काल मानते हैं.....
भारतीय इतिहासका सबसे स्वर्णिम काल मानते हैं.....
७.जिस सम्राट के शासन काल में भारत विश्व गुरु था, सोने की चिड़िया था, जनता खुशहाल और भेदभाव रहित थी......
८. जिस सम्राट के शासन काल जी टी रोड जैसे कई हाईवे रोड बने, पूरे रोड पर पेड़ लगाये गए, सराये बनायीं गईं इंसान तो इंसान जानवरों के लिए
भी प्रथम बार हॉस्पिटल खोले गए, जानवरों को मारना बंद कर दिया गया.....
भी प्रथम बार हॉस्पिटल खोले गए, जानवरों को मारना बंद कर दिया गया.....
ऐसे महन सम्राट अशोक कि जयंती उनके अपने देश भारत में
क्यों नहीं मनायी जाती, न ही कोई छुट्टी घोषित कि गई है??
क्यों नहीं मनायी जाती, न ही कोई छुट्टी घोषित कि गई है??
अफ़सोस जिन लोगों को ये जयंती मनानी चाहिए, वो लोग अपना इतिहास
ही नहीं जानते और जो जानते हैं वो मानना नहीं चाहते ।
ही नहीं जानते और जो जानते हैं वो मानना नहीं चाहते ।
1. जो जीता वही चंद्रगुप्त ना होकर…
जो जीता वही सिकन्दर “कैसे” हो गया… ???
जो जीता वही सिकन्दर “कैसे” हो गया… ???
(जबकि ये बात सभी जानते हैं कि…. सिकंदर की सेना ने चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रभाव को देखते हुये ही लड़ने से मना कर दिया था.. बहुत ही बुरी तरह मनोबल टूट गया था…. जिस कारण , सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने
सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)
सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)
2. महाराणा प्रताप “”महान””” ना होकर……… अकबर “””महान””” कैसे हो गया…???
जबकि, अकबर अपने हरम में हजारों लड़कियों को रखैल के तौर पर
रखता था…. यहाँ तक कि उसने अपनी बेटियो और बहनो की शादी तक पर
प्रतिबँध लगा दिया था जबकि..
महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था)
रखता था…. यहाँ तक कि उसने अपनी बेटियो और बहनो की शादी तक पर
प्रतिबँध लगा दिया था जबकि..
महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था)
3. सवाई जय सिंह को “””महान वास्तुप्रिय””” राजा ना कहकर शाहजहाँ को यह उपाधि किस आधार मिली …… ???
जबकि… साक्ष्य बताते हैं कि…. जयपुर के हवा महल और कई किले …. महाराजा जय सिंह ने ही बनवाया था)
4. जो स्थान महान मराठा क्षत्रिय वीर शिवाजी को मिलना चाहिये वो………. क्रूर और आतंकी औरंगजेब को क्यों और कैसे मिल गया ..???
5. स्वामी विवेकानंद और आचार्य चाणक्य की जगह… ….. गांधी को महात्मा बोलकर ….. हिंदुस्तान पर क्यों थोप दिया गया…??????
6. तेजोमहालय- ताजमहल……… ..लालकोट- लाल किला……….. फतेहपुर सीकरी का देव महल- बुलन्द दरवाजा…….. एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञ वराह मिहिर की मिहिरावली(महरौली) स्थित वेधशाला- कुतुबमीनार….. ……… क्यों और कैसे हो गया….?????
7. यहाँ तक कि….. राष्ट्रीय गान भी….. संस्कृत के "वन्दे मातरम" की जगह
गुलामी का प्रतीक” ”जन-गण-मन हो गया”” कैसे और क्यों हो गया….??????
गुलामी का प्रतीक” ”जन-गण-मन हो गया”” कैसे और क्यों हो गया….??????
8. और तो और…. हमारे अराध्य भगवान् राम.. कृष्ण तो इतिहास से कहाँ और कब गायब हो गये……… पता ही नहीं चला……….आखिर कैसे ????
9. यहाँ तक कि…. हमारे अराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पावन अयोध्या …. भी कब और कैसे विवादित बना दी गयी… हमें पता तक नहीं चला….!
कहने का मतलब ये है कि….. हमारे दुश्मन सिर्फ….
बाबर , गजनवी , लंगड़ा तैमूरलंग…..ही नहीं हैं…… बल्कि आज के सफेदपोश सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं…. जिन्होंने हम हिन्दुओं के अन्दर हीन भाबना का उदय कर सेकुलरता का बीज उत्पन्न किया।
बाबर , गजनवी , लंगड़ा तैमूरलंग…..ही नहीं हैं…… बल्कि आज के सफेदपोश सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं…. जिन्होंने हम हिन्दुओं के अन्दर हीन भाबना का उदय कर सेकुलरता का बीज उत्पन्न किया।
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धर्मो रक्षति रक्षित: के अर्थ को अब पहचानो तुम
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धर्मो रक्षति रक्षित: के अर्थ को अब पहचानो तुम
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जब याद गोधरा आता है आँखों में आँसू आते हैं,
कश्मीरी पंडितों की पीड़ा कुछ हिंदू भूल क्यों जाते हैं।
हर बार विधर्मी शैतानों ने धर्म पर हैं प्रहार किये,
हर बार सहिष्णू बन कर हमने जाने कितने कष्ट सहे। …
… अब और नहीं चुप रहना है अब और नहीं कुछ सहना है,
जैसा आचरण करेगा जो, वो सूद समेत दे देना है।
क्या भूल गये राजा प्रथ्वी ने गौरी को क्षमा-दान दीया,
और बदले में उसने राजा की आँखों को निकाल लीया।
ये वंश वही है बाबर का जो राम का मंदिर गिरा गया,
और पावन सरयू धरती पर बाबरी के पाप को सजा गया।
अकबर को जो कहते महान क्या उन्हें सत्य का ज्ञान नहीं,
या उनके हृदय में जौहर हुई माताओं के लिए सम्मान नहीं।
औरंगज़ेब की क्रूरता भी क्या याद पुन: दिलवाऊँ मैं,
टूटे जनेऊ और मिटे तिलक के दर्शन पुन: कराऊँ मैं
तुम भाई कहो उनको लेकिन तुमको वो काफ़िर मानेंगे,
और जन्नत जाने की खातिर वो शीश तुम्हारा उतारेंगे।
धर्मो रक्षति रक्षित: के अर्थ को अब पहचानो तुम,
धर्म बस एक ‘सनातन’ है, कोई मिथ्या-भ्रम मत पालो तुम।
जय माँ भारती…!! •
¤हरि: ॐ¤
जय महाकाल.!!!
¤हरि: ॐ¤
जय महाकाल.!!!
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