R2 and R1a Male DNA Haplogroups in Dhangars of Maharashtra and Chitpavan Brahmans
R2 and R1a Male DNA Haplogroups in Dhangars of
Maharashtra and Chitpavan Brahmans
R2 and R1a warriors male
lineages have taken an ancestry from South Asian Haplogroup R.
R2 DNA is found in both
Dhangar and Chitpavan Brahman. Percentage of R2 in Dhangar is 29% and in
chitpavan Brahman is 18%.R2 is found mainly in South and Central Asia.
Haplogroup R1a is found
high frequency in chitpavan Brahman (40%) that correlated well with European
features of this caste.R1a is found mainly in East Europe and most of the part
of Western Eurasia. Central Asian Haplogroup R1a1 is found high frequency in
Deshasth Barhmans.R1a1 has took ancestry from R1a.
धनगर, चित्पावन ब्राह्मण और कायस्थ के डी एन ए रिपोर्ट में पश्चिम यूरेशियन महिलाओं(West Eurasian Females) का प्रमाण ज्यादा हैI जब आर्य पश्चिम एशिया पहुंचे तब भारतीय धनगर(दक्षिण एशियाइ पुरुष/South Asian males) पश्चिम एशिया पर राज्य करते थेI उन्होंने आर्य महिलाओं (पश्चिम यूरेशियन महिलाओं) से शादी की और आर्यों की वैदिक सभ्यता का स्विकार कियाI
धनगर डी एन ए रिपोर्ट में (दक्षिण एशियाइ पुरुष/South
Asian males) और पश्चिम यूरेशियन महिलाओं(West Eurasian Females) का प्रमाण ज्यादा हैI
चित्पावन ब्राह्मण और कायस्थ के डी एन ए रिपोर्ट में दक्षिण एशियाइ पुरुष/South
Asian males) और पश्चिम यूरेशियन पुरुष दोनो का भी प्रमाण ज्यादा हैI इसका मतलब धनगर में से ही कुछ लोग ब्राह्मण भी बन गये हैI
देशस्थ ब्राह्मण के डी एन ए रिपोर्ट में मध्य एशिया के पुरुष
(Scythic/Central Asian males) और दक्षिण एशियाइ महिला
(mtDNA M related to paleolithic females) का ज्यादा प्रमाण ऐसा विरोधाभास और पश्चिम यूरेशियन महिलाओं का भी प्रमाण हैI
इससे साबित होता है की देशस्थ ब्राह्मण तत्कालिन समाजव्यवस्था मे सामान्य लोग थेI यूरेशियन महिलाओं का प्रमाण उनकी सामाजिक गतिशीलता
(Social mobility) सिद्ध करता हैI
व्यक्तियों, परिवारों या अन्य श्रेणी के लोगों का समाज के एक वर्ग
(strata) से दूसरे वर्ग में गति सामाजिक गतिशीलता (Social mobility) कहलाती है। इस गति के परिणामस्वरूप उस समाज में उस व्यक्ति या परिवार की दूसरों के सापेक्ष सामाजिक स्थिति (स्टैटस) बदल जाता है।
सामाजिक गतिशीलता से अभिप्राय व्यक्ति का एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचने से होता है।
सामाजिक गतिशीलता से अभिप्राय व्यक्ति का एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचने से होता है।
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