वैज्ञानिक प्रमाणों से यह प्रमाणित हुआ है कि तुम्हारी सनातन सभ्यता से पहले इस देश मे सिन्धु सभ्यता और हद्प्पन सभ्यता हुआ करती थी
वैज्ञानिक प्रमाणों से यह प्रमाणित हुआ है कि तुम्हारी सनातन सभ्यता से पहले इस देश मे सिन्धु सभ्यता और हद्प्पन सभ्यता हुआ करती थी. हडप्पा मोहेंजोदारो सिंधू संस्कृती खतम करणे के बाद हि आर्य संस्कृती सुरु हुई l काहे की तुम्हारी सनातन सभ्यता बे? घंटा !
जो 'इतिहास' 'भुलता' है वह कभी 'इतिहास' नही 'निर्माण' कर सकता और जो 'इतिहास' से 'सबक' नही सिखते, 'इतिहास' उन्हे 'सबक' सिखाता है.. क्योँकी, 'इतिहास' 'याद' रखणेवाले और 'इतिहास' से 'सबक' सिखाणे वालोँ को 'इतिहास' से ही 'प्रेरणा' मिलती है । 'प्रेरणा' से 'जागृति' आती है । 'जागृति' से 'सोच' बनती है । 'सोच' से 'संगठन' बनता है । 'संगठन' से 'शक्ति' बनती है । और 'शक्ति' से ही 'शासक' बनता है । 'प्रेरणा', 'जागृती', 'सोच', 'संगठन', 'शक्ती' यह हमे 'इतिहास' से ही मिलती है । लेकीन मुझे बडे 'खेद' के साथ कहना पड रहा है कि, हमारे 'नेता गण' के पास यही 'गुणोँ' की 'कमी' है । इसलिए 'सवाल' यह निर्माण होता है कि, क्या हमारे 'नेता' ओँ को हमारे 'महापुरुषोँ' का 'क्रांती कारी' 'इतिहास' 'मालूम' है? क्या हमारे 'नेता' ओँ ने कभी 'इतिहास' से 'सबक' लिया है? क्या हमारे 'नेता' ओँ ने कभी 'इतिहास' और हमारे "महापुरुषोँ" से कभी 'प्रेरणा' ली है? क्या हमारे नेता सच मे 'जागृत' है?
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